शख्सियत

                      पद्मश्री वर्गीस कुरियन की जौनपुर यात्रा



                         भारतीय श्वेतक्रांति के जनक और रमन मैग्सेसे एवार्ड से सम्मानित पद्मश्री वर्गीस कुरियन 'अमूल ब्रांड'के शुरुआती दौर में एक बार जौनपुर भी आये थे.उन्होंने एक प्रतिष्ठित स्थानीय फर्म'सांवलदास धनपतराम टंडन' पर जा कर व्यावसायिक संभावनाओं की जानकारी ली थी.गौरतलब है कि गुजरात को-आपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के संस्थापक वर्गीस कुरियन को 'अमूल ब्रांड'की सफलता का श्रेय दिया जाता है.दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादों के क्षेत्र में आज 'अमूल'सम्पूर्ण भारत ही नहीं दर्जन भर से अधिक देशों में जाना-पहचाना नाम है.


                                  बाबू रामेश्वर प्रसाद सिंह


              स्वतंत्रता सेनानी,समय के संस्थापक संपादक और समाजसेवी रामेश्वर प्रसाद सिंह अपने जीवनकाल में जौनपुर की बड़ी हस्ती थे.हिन्दी भवन,तिलक पुस्तकालय,हिन्दी साहित्य सम्मेलन,सीतापुर आँख अस्पताल की जौनपुर शाखा आदि कृतियां उनकी याद दिलाती रहती हैं.बाबू साहब के नाम से प्रसिद्ध रामेश्वर प्रसाद सिंह का जन्म 11 जनवरी 1898 को और निधन 5 अगस्त 1982 को हुआ था.



                                          दारा सिंह

                       
                   अपराजेय रुस्तम-ए-हिन्द दारा सिंह से जौनपुर की भी कुछ यादें जुड़ी हैं.90 के दशक में दारा सिंह जौनपुर दो बार आये थे.एक बार दंगल में उन्होंने अपने कुछ दांव दिखाये थे.एक बार जौनपुर से गुजरते समय उन्होंने रोडवेज तिराहा स्थित सविता प्रेस पर रुक कर विश्राम किया था.प्रेस के अधिष्ठाता सूर्य प्रकाश जायसवाल के पूछने पर उन्होंने कहा था कि फिल्मों में आने का कारण बुढ़ापे की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है.

                                          राजेश विवेक 

            
              जौनपुर शहर के हुसैनाबाद मुह्ल्ले के निवासी राजेश विवेक (राजेश उपाध्याय)हिन्दी सिनेमा के सुपरिचित कलाकार रहे हैं.राजेश का जन्म 31 जनवरी 1949 को हुआ था.उन्होंने तिलकधारी पीजी कालेज से एम ए(प्राचीन इतिहास)किया.राजेश विवेक को प्रख्यात निर्देशक श्याम बेनेगल ने पहली बार फिल्म जुनून(1978)में इंट्रोड्यूस किया.टीवी सीरियल महाभारत(1988)में वेदव्यास,चर्चित फिल्म बैंडिट क्वीन(1994)में दस्यु सरदार बाबा मुस्तकीम और लगान में गुरन को याद करिए.राजेश थिएटर से फिल्म तक की अभिनय यात्रा में 50 से अधिक फिल्मों में अपनी छाप छोड़ चुके हैं.अब वे हमारे बीच नहीं हैं। 


                                                                    रवि किशन


                     बालीवुड की हिन्दी और भोजपुरी फिल्मों के सुपरिचित अभिनेता रवि किशन(रवि किशन शुक्ला)जौनपुर की एक तहसील केराकत क्षेत्र के मूल निवासी हैं.उन्होंने छोटे-बड़े पर्दे पर 87 से अधिक किरदारों को अभिनीत किया है.जाने-माने निर्देशक श्याम बेनेगल और मणिरत्नम के साथ भी रवि किशन फिल्म कर चुके हैं.उन्हें भोजपुरी फिल्मों का सुपरस्टार कहा जाता है.

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